बंद करना

    प्राचार्य

    प्राचार्य

    मैं जीवन के प्रत्येक दिन को नए अनुभवों, अभ्यासों और अपनी जिज्ञासा को शांत करने का अवसर मानता हूं। बच्चों के मुस्कुराते चेहरे और उनकी कोमलता मुझे सदैव ही आकर्षित करती रही है। मैं चाहता हूं कि वे एक सभ्य समाज की स्थापना करें और एक आदर्श नागरिक बनने के पथ पर अग्रसर हों। वर्तमान के इस दौर में हर कोई अव्वल रहना चाहता है, किंतु प्रिय छात्रों मैं तुम्हें बताना चाहता हूं कि उत्कृष्टता एक कला है जिसे प्रशिक्षण और अभ्यास द्वारा जीता जाता है। हमारे पास गुण और उत्कृष्टता है, बस हम यह नहीं जानते कि हम अपना कार्य या अभ्यास किस दिशा में और कैसे करें ? यही मार्गदर्शन हमारा गुरु करता है अतः हमारे जीवन में गुरु एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। पीएम श्री केंद्रीय विद्यालय केशव पुरम में हम एक ऐसा वातावरण प्रदान करने का प्रयास करते हैं जो मूल रूप से पवित्र है, और इसमें अनुशासन का एक ऐसा ढांचा है जो छात्रों को अपनी गलतियों से भी सीखने की अनुमति देता है, ताकि वे स्वतंत्रता और जिम्मेदारी के सहसंबंधों द्वारा ढाले गए व्यक्ति के रूप में विकसित हो सकें। वर्तमान शिक्षा प्रणाली की भी यही मांग है। छोटे बच्चों के लिए विकासात्मक रूप से उपयुक्त पाठ्यक्रम बच्चे के विकास के सभी क्षेत्रों – शारीरिक, सामाजिक, भावनात्मक और संज्ञानात्मक को विकसित करने का प्रयास करता है। बच्चे की शिक्षा प्रक्रिया में माता-पिता की भागीदारी बच्चे और स्कूल दोनों के लिए एक उपहार है। इस साझेदारी को हमारे स्कूल में दृढ़ता से प्रोत्साहित किया जाता है और अत्यधिक महत्व दिया जाता है। हमारे बच्चे जब विद्यालयी शिक्षा के बाद आगे बढ़ेंगे तो विभिन्न गुणों के साथ जीवन भर सीखने के लिए समर्पित रहेंगे। मुझे विश्वास है कि हमारे विद्यार्थी आगे चलकर प्रबुद्ध,देशभक्त एवं विविध कौशलों से परिपूर्ण सभ्य नागरिक बनेंगे एवं समाज और देश के विकास में अपना यथासंभव सक्रिय योगदान देकर अपने जीवन को सफल बनाएंगे।